सेवाभावी कार्य

जैसे फूलों की महक
मन को प्रसन्न करती है,
वैसे अपने सेवाभावी कार्यो की महक से
दूसरों के मन को प्रसन्नता दे।

મજાક (मज़ाक)

हिंदी में अनुवाद:

मज़ाक के बहाने दूसरों की कमी निकालना, दूसरों के जज़्बात को ठेस पहुंचाना, नकारात्म्क शब्दों का प्रयोग करना, अपने मन की कुंठा प्रदर्शित करना ये उचित नहीं है। एसे वर्तन को मानसिक अस्थिरता कहते है।

मज़ाक का उद्देश्य आनंद फैलाना है, निराशा फैलाना नहीं है।

सुहाना सफ़र

चलते चलते कितना सुहाना सफ़र हो गया,
हर मेरी जरूरतों को तुमने बिना कहे पूरा किया।

मेरे हर कार्य को तुमने आसान किया,
मेरे हर जज़्बात को तुमने समझा।

हर मुश्किल का एक साथ मिलकर सामना किया,
हर धूप छांव में एक-दुसरे का साथ निभाया।

मुश्किल हालातों में एक-दुसरे का हौसला बढ़ाया,
मुश्किल हालातों को हंसते- हंसते निभाया।

पति-पत्नी के रिश्ते को प्यार से निभाया,
एक-दुसरे के दोस्त बनकर निभाया।

जीवन में खुशीयां लुटते गए,
जीवन को हंसते- हंसते जीते गए।

हमारा सुहाना सफ़र,
रुह को सुकूँन के पल दे गया।

हमारा सुहाना सफ़र,
मन को उमंग के पल दे गया।

हमारा साथ इश्वर की भेंट है,
बस यही गुज़ारिश है;
यूँ ही चलता रहे हमारा सुहाना सफ़र।

त्रिदेवी की आराधना का पर्व

नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।

नवरात्रि का पर्व आया है,
नवदुर्गा शक्ति का पर्व आया है।

भक्ति के रंग में डुबना है,
आध्यात्मिक विकास करना है।

त्रिदेवी की आराधना में खुद को खो देना है,
त्रिदेवी की आराधना से खुद को संवारना है।

खुद के दु:खों से उपर उठना है,
खुद में प्रसन्नता को ढूंढना है।

काली स्वरूप तमस का प्रतीक है,
यह स्वरूप से प्रेरणा लेनी है;

मन से जड़ता दूर करनी है,
मन की कमज़ोरी दूर करनी है,
सकारात्मकता की रौशनी फैलानी है।

लक्ष्मी स्वरूप रजस का प्रतीक है,
यह स्वरूप से सिखना है;

धन को मेहनत से पाना है,
कर्म में सक्रियता व सच्चाई को लाना है,
विचारों में रचनात्मकता को लाना है।

सरस्वती स्वरूप सत्व का प्रतीक है,
यह स्वरूप से सिखना है;

खुद के अज्ञान को दूर करना है,
खुद में निर्मलता व सौम्यता को लाना है,
कला से जीवन को सजाना है।

कथनी से अधिक करनी बोलती है (કથની કરતા કરણીનું મહત્વ)

हमारी करनी से ही लोगों में होती है,
हमारी असली पहचान।
हमारी करनी से ही लोगों को होती है,
हमारी असली परख।

एक दूसरे की परवा करना,
एक दूसरे की कदर करना,
ये कथनी से नहीं बताया जा सकता है,
ये करनी से ही जताया जा सकता है।

एक दूसरे को समझना,
एक दूसरे को सम्मान देना,
ये कथनी से नहीं बताया जा सकता है,
ये करनी से ही जताया जा सकता है।

कथनी और करनी में अंतर,
एक दूसरे का दिल नहीं जीत सकते।
कथनी और करनी में अंतर,
एक दूसरे का विश्वास नहीं जीत सकते।

स्वस्थ मन का यही लक्षण है,
कथनी और करनी एकसमान है।
सफल रिश्तों का यही लक्षण है,
कथनी और करनी एकसमान है।

सार्थक जीवन का यही लक्षण है,
कथनी और करनी एकसमान है।
सफल मनुष्य का यही लक्षण है,
कथनी और करनी एकसमान है।

ગુજરાતી માં કવિતા – કથની કરતા કરણીનું મહત્વ


આપણી ખરી ઓળખ,
આપણી કરણી થી  (કાર્યો) થાય છે.
આપણી ખરી પરખ,
આપણી કરણી થી  (કાર્યો) થાય છે.

એકબીજાની કાળજી લેવી,
એકબીજાની કદર કરવી,
આ કથની થી નહીં દર્શાવી શકાય,
આ કરણી થી દર્શાવી શકાય.

એકબીજાને સમજવું,
એકબીજાને સમ્માન આપવું,
આ કથની થી નહીં દર્શાવી શકાય,
આ કરણી થી દર્શાવી શકાય.

કથની અને કરણી માં ફરક,
એકબીજાના દિલ નહીં જીતી શકે.
કથની અને કરણી માં ફરક,
એકબીજાનો વિશ્વાસ નહીં જીતી શકે.

સ્વસ્થ મન નું લક્ષણ છે,
કથની અને કરણી એકસમાન હોય.
સફળ સંબંધ નું લક્ષણ છે,
કથની અને કરણી એકસમાન હોય.

સાર્થક જીવન નું લક્ષણ છે,
કથની અને કરણી એકસમાન હોય.
સફળ મનુષ્ય નું લક્ષણ છે,
કથની અને કરણી એકસમાન હોય.

સ્મિતની સુંદરતા (मुस्कान की सुंदरता)

લઘુકાવ્ય – 8

એક સ્મિત..
મીઠી યાદો માં ખોઈ દે,
હતાશા ને ભુલાવી દે;
ગુસ્સા ને ઓગાળી દે;
મનને આનંદથી ભરી દે;
કેટકેટલું કરે,
એક સ્મિત.
આ જ તો છે,
સ્મિતની સુંદરતા.

हिन्दी में भाषांतरः

मुस्कान की सुंदरता (लघुकाव्य – 8)

एक मुस्कान..
मीठी यादों में खो देती है,
कुंठा दूर कर देती है,
गुस्से को पिघला देती है,
मन को आनंद से भर देती है।
कितना कुछ करती है,
एक मुस्कान।
यही तो है,
मुस्कान की सुंदरता।

अन्य लघुकाव्य:

કવિતા નું સૌંદર્ય/ कविता का सौंदर्य लघुकाव्य-1

રાખ થઈ જાય સંબંધો / राख हो जाए रिश्तें लघुकाव्य-2

#લઘુકાવ્ય #लघुकाव्य – 3

#લઘુકાવ્ય #लघुकाव्य – 4

वाणी पर संयम #लघुकाव्य-5

#लघुकाव्य-6

#निष्‍काम कर्म #लघुकाव्य-7