हाइकु काव्य रचना (3)

मन ही मन,
क्यों सोचता रहेता,
कर के दिखा।

7 thoughts on “हाइकु काव्य रचना (3)

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    1. योग: कर्मसु कौशलम् (कुशलता से कर्म करना ही योग है।)
      आपने कर्मयोग कहा तो मूझे ये याद आ गया।☺️

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