शिव भगवान का पंचाक्षर मंत्र है:
नमः शिवाय।
और षडक्षर मंत्र है:
ॐ नमः शिवाय।
मंत्र के साथ, स्तोत्र भी है। आप पंचाक्षर स्त्रोत भी पढ़ सकते है, लिंक:
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
आज मैं षडक्षर स्तोत्र की जानकारी प्रदान करूंगी।
स्तोत्र:
ॐ कारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिन:।
कामदं मोक्षदं चैव ॐ काराय नमो नमः।।१।।
नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणा:।
नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः।।२।।
महादेवं महात्मानं महाध्याय परायणम्।
महापापहरं देवं मकाराय नमो नमः।।३।।
शिवं शांतं जगन्नाथं लोकानुग्रहकारकम्।
शिवमेकपदं नित्यं शिकाराय नमो नमः।।४।।
वाहनं वृषभो यस्य वासुकि कंठभूषणम्।
वामे शक्तिधरं देवं वकाराय नमो नमः।।५।।
यत्र यत्र स्थितो देव: सर्वव्यापी महेश्वर:।
यो गुरु: सर्वदेवानां यकाराय नमो नमः।।६।।
षडक्षरमिदं स्तोत्र य: पठेच्छिवसंनिधौ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते।।७।।
हिंदी भाषा में स्तोत्र का अर्थ:
जो ॐकार के रूप में आध्यात्मिक ह्रदय केन्द्र में रहते है, जिसका योगी निरंतर ध्यान करते है, जो सभी इच्छाओं को पूरा करते है और…
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