“स्वतंत्रता मनुष्य की परम इच्छा है, स्वतंत्रता में ही मनुष्य खिल सकता है, ध्यान करने से स्वतंत्रता पाएंगे।
स्वतंत्रता को तुम्हारा केन्द्र और प्रेम को तुम्हारी परिधि बन जाने दो और तुम एक संपूर्ण अस्तित्व हो जाओगे।”
ओशो
“स्वतंत्रता मनुष्य की परम इच्छा है, स्वतंत्रता में ही मनुष्य खिल सकता है, ध्यान करने से स्वतंत्रता पाएंगे।
स्वतंत्रता को तुम्हारा केन्द्र और प्रेम को तुम्हारी परिधि बन जाने दो और तुम एक संपूर्ण अस्तित्व हो जाओगे।”
ओशो
wonderful quote shared
LikeLiked by 1 person
Thank you for liking it..it is really so wonderful quote!
LikeLiked by 1 person
बहुत सुंदर वचन…👌
LikeLiked by 1 person
😊🙏🙏
LikeLiked by 1 person
Hi Harina…how r you! I loved your awesome thoughts….
LikeLike
Hiiiiii uncle..I am fine..thanks for your appreciation!
LikeLike
Beautiful sharing
LikeLiked by 1 person
😊😊
LikeLike