नवरात्रि

माँ..माँ जो मूल प्रकृति है,माँ जो जगजननी है,माँ जो शक्ति है,माँ जो सर्जन शक्ति है। माँ..जिनकी आराधना का पर्व आया है,पहले तीन दिन माँ काली की आराधना करनी है,दूसरे तीन दिन माँ लक्ष्मी की आराधना करनी है,आख़िरी तीन दिन माँ सरस्वती की आराधना करनी है। नवरात्रि की हार्दिकशुभकामनाएं। अन्य रचनाएं भी पढ़ें: त्रिदेवी की आराधना का पर्व... Continue Reading →

मेरे कान्हा (મારો કૃષ્ણ)

मेरे कान्हा..जिनसे ही जगत में मधुरता है,जिनसे ही जगत में सब रस है। मेरे कान्हा..जो श्रीमद भगवद गीता से मार्गदर्शन देते हैं,जो जगत गुरु बनके मार्गदर्शन देते हैं। मेरे कान्हा..जो प्रेम अवतार हैं,जो परम तत्व हैं। Translation in Gujarati મારો કૃષ્ણ..જેનાથી જ જગતમાં મધુરતા છે,જેનાથી જ જગતમાં સર્વ રસો છે. મારો કૃષ્ણ..જે શ્રીમદ ભગવદ ગીતા... Continue Reading →

नागपंचमी का आध्यात्मिक महत्व

नागपंचमी का पर्व आया है,सावन शुक्ल पक्ष आया है। हम नागदेव की पूजा तो करते है,पर पूजा का महत्व ओर बढ़ा सकते है,जब हम आध्यात्मिक महत्व जान लेते है। सभी जीवों का महत्व है ब्रह्मांड में,यही बताया गया है सनातन धर्म में। नाग को देव माना गया हैक्योंकि हम देखे इस जीव को मान-सम्मान से,ना... Continue Reading →

Book Review – Meri Antim Yatra

मैं इस ब्लॉग में "मेरी अंतिम यात्रा" किताब के बारे में साझा करना चाहुंगी। यह किताब आशीष कुमार (ShankySalty) ने लिखी है। https://ashish05shanky.wordpress.com/ हमारी मृत्यु निश्चित है, यह सत्य हम जानते है पर समझते नहीं है। अगर हम यह सत्य की गहराई में जाये तो जीवन सार्थक हो सकता है। जीवन की बहुत सारी व्यथा... Continue Reading →

गुरु पूर्णिमा

आप सभी को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं| गुरु पूर्णिमा पर मेरे पुराने ब्लॉगों के कुछ लिंक यहां दिए गए हैं। गुरु का महत्व- संस्कृत श्लोक (पहला भाग) गुरु के लिए नया नज़रिया दर्शाती हुई कविता! (दूसरा भाग) भगवान दत्तात्रेय के 24 गुरु (तीसरा भाग) ગુરુ પૂર્ણિમા નિમિત્તે વિશેષ ગઝલ (गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष ग़ज़ल) દત્તાત્રેય ગુરુની... Continue Reading →

सेवाभावी कार्य

जैसे फूलों की महकमन को प्रसन्न करती है,वैसे अपने सेवाभावी कार्यो की महक सेदूसरों के मन को प्रसन्नता दे।

हाइकु काव्य रचना (9)

मनमौजी हूंखुद में मगन हूं,एसी ही हूं मैं। ज़िंदादिल हूंखुद के अंदाज़ सेचलती हूं मैं। अन्य हाइकु काव्य रचनाएं हाइकु काव्य रचना (1) हाइकु काव्य रचना (2) हाइकु काव्य रचना (3) हाइकु काव्य रचना(4) हाइकु काव्य रचना (5) हाइकु काव्य रचना (6) हाइकु काव्य रचना (7) हाइकु काव्य रचना (8)

મજાક (मज़ाक)

हिंदी में अनुवाद: मज़ाक के बहाने दूसरों की कमी निकालना, दूसरों के जज़्बात को ठेस पहुंचाना, नकारात्म्क शब्दों का प्रयोग करना, अपने मन की कुंठा प्रदर्शित करना ये उचित नहीं है। एसे वर्तन को मानसिक अस्थिरता कहते है। मज़ाक का उद्देश्य आनंद फैलाना है, निराशा फैलाना नहीं है।

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