कुछ बातें, यूँ ही..! (6) #आशिक़ाना अंदाज़

(1)
जब तेरी गली से,
गुज़रने का मौका मिला,
तब खुशी तो मिली।

पर तेरी एक झलक भी ,
नसीब में न थी,
यह देखकर,
ग़म दस्तक दे गया।

हमने एक साथ
खुशी और ग़म
दोनों का अनुभव कर लिया।

(2)
जैसे कोई फूलों से खुशबू मिटा नहीं सकता,

वैसे मेरे दिल से तुम्हारा नाम कोई मिटा नहीं सकता।

अन्य पोस्ट:

कुछ बातें, यूँ ही..!(1) #सच्ची और कड़वी बात #कदम #आंसू

कुछ बातें, यूँ ही..!(2) #बदलते इंसान #रिश्ते

कुछ बातें, यूँ ही..!(3) #विश्वास #मौन #ज़रुरतें

कुछ बातें, यूँ ही..!(4) #ख़्वाहिश #ख्याली पुलाव

कुछ बातें, यूँ ही..!(5) #सोच #फायदा

5 thoughts on “कुछ बातें, यूँ ही..! (6) #आशिक़ाना अंदाज़

Add yours

Leave a Reply

Up ↑

%d bloggers like this: