प्रसिद्धी पाने की चाहत नहीं है

वो हमे बता रहे है
कि उन्होने ये किया,
उन्होने वो किया
और हमे पूछ रहे है
कि तुम ने क्या किया?
कुछ भी तो नहीं किया।

तो हमने भी जवाब दिया।
हमने जो भी किया है,
उसका आपकी तरह,
ढिंढोरा नहीं पीटा है।
आपकी तरह हमे,
प्रसिद्धी पाने की चाहत नहीं है।

जो भी किया है,
जिसके लिए किया है,
वो सब जानता है
और यही काफी है मेरे लिए।

8 thoughts on “प्रसिद्धी पाने की चाहत नहीं है

Add yours

  1. प्रसिद्धी पाने के लिए नहीं
    आपत्ति जताने के लिए नहीं
    किसी की अनुमति से नहीं

    किया तो सिर्फ़ अपने कर्म, धर्म और ईमान की पूर्ती के लिए ही ।🌟

Leave a Reply

Up ↑

%d bloggers like this: