प्यारी गुड़िया

I want to dedicate this poem to my daughter. She was born on the second day of Navratri on 27th September last month. We feel so blessed for the arrival of a baby girl in our life. Her name is Dhyani. मेरे घर एक प्यारी गुड़िया आयी,संग अपने बहोत सारी खुशियां लायी। मेरी प्यारी गुड़िया... Continue Reading →

मेरी माँ

आज मेरी माँ के जन्मदिन के मौके पर मैं यह कविता मेरी माँ को समर्पित करती हूं। क्या कहूं मैं, कैसी है मेरी माँ?सब से निराली है, मेरी माँ। चेहरे पर हंसी, दिल में परोपकार का भावस्वभाव एसा कि हमेशा लोगों को ठंडक दे। मेरी माँ निर्मल मन की मूरत है,मेरी माँ निश्छल मन की... Continue Reading →

ममता के कई रूप #Happy Women’s Day

स्त्री का हर रूप, ममता की मूरत है,बेटी हो या बहन, पत्नी हो या माँ हो,हर रूप ममता से छलकता है। एक बेटी अपने पिता कीहर छोटी-छोटी बात का ख्याल रखती है,ये ममता का ही रूप है। एक लड़की अपने भाई पर,बेशुमार प्यार लुटाती है,ये ममता का ही रूप है। एक स्त्री अपने परिवार कीपूरे... Continue Reading →

મા

મા છે એક જ શબ્દ, પણ જાણે કે હજાર શબ્દ બરાબર, આ એક જ શબ્દ! મા એટલે મમતાનું બીજું નામ, મા એટલે મીઠાશનું બીજું નામ, મા એટલે માધુર્યતાનું બીજું નામ! મા એટલે આપણા લાડનો સરવાળો, મા એટલે એની સગવડોની બાદબાકી પણ, મા એટલે આપણી સગવડોનો ગુણાકાર, મા એટલે સ્વાર્થનો સંપૂર્ણ ભાગાકાર! એટલે જ તો, મા... Continue Reading →

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