कथनी से अधिक करनी बोलती है (કથની કરતા કરણીનું મહત્વ)

हमारी करनी से ही लोगों में होती है,हमारी असली पहचान।हमारी करनी से ही लोगों को होती है,हमारी असली परख। एक दूसरे की परवा करना,एक दूसरे की कदर करना,ये कथनी से नहीं बताया जा सकता है,ये करनी से ही जताया जा सकता है। एक दूसरे को समझना,एक दूसरे को सम्मान देना,ये कथनी से नहीं बताया जा... Continue Reading →

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