
हम जीवन तो जीते है,
पर क्या खुलकर जीते है?
खुलकर जीना मतलब
जीवन को निभा लेना।
कोसे बिन जी लेना।
कोसते कोसते और रोते रोते जीना नहीं है।
पर हंसते-हंसते और जीगर से जीना है।
खुलकर जीना मतलब
मुश्किलों का सामना करना है,
मुश्किलों से डरना नहीं है।
खुलकर जीना मतलब
हर हालात को स्वीकार करना है,
हर हालात से अनुभव पाना है।
खुलकर जीना मतलब
जीवन को विशाल द्रष्टिकोण से जीना है,
जीवन को संकीर्ण द्रष्टिकोण से बचाना है।
खुलकर जीना मतलब
हर परिस्थिति को नियंत्रित करना नहीं है,
हर परिस्थिति से सीख लेना है।
सही कहा है 👌🏼👌🏼👏
सराहना के लिए बहुत ही शुक्रिया😊😊
Very nice thoughts.. keep it up.
Soo glad that you liked poem😊😊
Yes
😊✌
Beautiful lines 🙂
Thank you very much😊
Incredible words 🌺🤗
Beautiful..👌👍
Thank you so much😊😊
अद्भुत पंक्तियाँ✨
जरूरत है एैसे ही जीने का
☺️