वाणी पर संयम #लघुकाव्य-5

कड़वे बोल न चुने,
मीठे बोल चुने।

मिठास को बढ़ाए,
रिश्तों को निभाए।

मन में कड़वाहट न रखें,
मन में बड़प्पन रखें।

जीवन निखर जाएगा,
रिश्ता संवर जाएगा,
वाणी पर संयम से।

My Book Now Available on Amazon Kindle


अन्य ब्लॉग:
बारिश की बूंदें

શબ્દોની કમાલ / शब्दों की कमाल

કવિતા નું સૌંદર્ય/ कविता का सौंदर्य लघुकाव्य-1

રાખ થઈ જાય સંબંધો / राख हो जाए रिश्तें लघुकाव्य-2

#લઘુકાવ્ય #लघुकाव्य – 3

#લઘુકાવ્ય #लघुकाव्य – 4

Amazon Best Selling Electronics in India

5 thoughts on “वाणी पर संयम #लघुकाव्य-5

Add yours

  1. हरिणा जी आप बहुत अच्छा लिखती है। इंडिया के लेखकों के लिए एक सुनहरा अवसर है। एक प्रतियोगिता चल रही है, जिसमें ढ़ेरों इनाम भी है। क्या आप इसमें भाग लेना चाहेंगे? अगर आप उत्सुक हो तो आप मुझे बताए तो मैं आपको सारी details भेजूंगी।

    1. Thank you sooo much for your appreciation dear Zoya..I would love to participate..But not this time..I will not able to participate…thank you again for asking!!🤗😊

Leave a Reply

Up ↑

%d bloggers like this: