जब से तूफ़ानों में
जीने की आदत डाल ली है,
तब से तूफ़ान बेअसर है, मुझ पर।
अब तो तूफ़ान और मामूली हवा का झोंका
एक समान है, मेरे लिए।
जब से रिश्तेदारों से अपेक्षाएं
कम रखने की आदत डाल ली है,
तब से मन में निरंतर शांति पा रही हूं।
जब से “मन का हो तो अच्छा”
और “मन का ना हो तो भी अच्छा”
इस विचारधारा को अमल में
लाने की आदत डाल ली है,
तब से मन में निरंतर प्रसन्नता पा रही हूं।
मतलब —-
हमने जीना सीख लिया।
शिव का मैं हूँ भक्त हलाहल-
गम का पीना सीख लिया,
हमने जीना सीख लिया।
डर डरकर हम बहुत जी लिए,
अब डर कर रहना मुश्किल,
अरमानों के बोझ तले अब
बहुत हुआ जीना मुश्किल,
हमें डरानेवालों सुन अब
मैं भी लड़ना सीख लिया,
हमने जीना सीख लिया।
बहुत ही बढ़िया रचना की है आपने, मेरे मतलब को आपने और सुंदरता दे दी… सच में दिल को छू गए हर शब्द 😊😊🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आपका।
बहुत बहुत धन्यवाद आपका।