1) क्यों रोता है?
क्यों रोता है पगले?
रोने से तो सिर्फ़ आंसू मिलेंगे।
वह नहीं, जो तुझे चाहिए।
2) कदम चल पड़े
चलना उस और अब,
जिस और कदम बढ़ रहे हैैं।
क्यों रुके अब?
जब कदम ही चल पड़े।
3) एक सच्ची और कड़वी बात यह भी..!
अगर बच्चा सपना देखता है,
उसे साकार करना चाहता है,
तो सब आ जायेंगे, उसे सीढ़ी से उतारने के लिए,
और जब…..
वो बच्चा अपने दम पर सीढ़ी चढ़ लेगा तो वो ही सब लोग “Proud of you” के “Tag” लेकर उसके आगे-पीछे फिरते रहेंगे।
Beautifully written poem❤
And so true!
Thank you so much 😊
रोने से तो सिर्फ आंसू मिलेंगे।
वो नहीं, जो तुझे चाहिए।
well said…
☺️🙏🙏🌻