दिल टूटता है तो,
आवाज़ नहीं होती बाहर,
पर अंदर बहुत ही,
शोर मच जाता है।
एक आंधी मच जाती है,
जो हिलाकर रख देती है।
आंखों से नीर बह जाते हैं,
होंठों पे शब्द जम जाते हैं।
मन सवालों से घिर जाता है,
जज़्बात आघातों से घिर जाते हैं।
Translation in English:
When heartbreaks,
There is no sound outside,
But inside is so much noise.
Inside a storm that blows,
Which shakes us.
Eyes are full of tears,
Words stuck on lips,
The mind creates a plethora of questions,
Emotions are full of trauma.
बहना- बाहर*
और बहोत अच्छा लिखा आपने।
Thank you..done.. changed it..
I am happy bro.that you liked this☺️
हमेशा बहना, आप लिखते रहिये🙏
☺️🙏🙏
एक आंधी मच जाती है,
जो हिलाकर रख देती है
Bahut he khoobsurat jazbat hai.
👍
शुक्रिया 😊
I agree with you ma’am 😊
☺️☺️👍
सच।
अंदर के आवाज को समझना मुश्किल।
बहुत ही खूबसूरत।👌👌
शुक्रिया 😊
अत्यंत सुन्दर मन की पीड़ा का चित्रण | हरिना पांड्या जी , इत्तफ़ाक़ है मैं भी “दिल के टूटने” ही इस रविवार को लिख था | अभी पोस्ट भी नहीं किया है | कुछ कुछ समानता है | पहले यहीं पोस्ट करने से रोक नहीं पा रहा हूँ |
😋😊😇😜
टूटता दिल जब टूटता है कोइ दिल
आवाज़ नहीं सुनती बाहर
दुनिया के स्वार्थी शोर शराबे में
किसको सुनने की है फुरसत
इस टूटन की अभ्यन्तर में
ध्वनि होती है अति तीक्ष्ण
बिजली कड़के, दिल पे गिरे
कर देती उसको तीर्ण तीर्ण
अंतस की स्तिथि होती विचित्र
कोलाहल है फिर भी नीरव
दिल के टुकड़े तिल तिल गलते
झरते आँखों से बिन धीरज |
अब ढूंढ रहे कोई अपना काँधा
हो दूरअश्रु बिंदुओं की बाधा
उनका सैलाब भी फूट सके
मन हलका हो, होती हलकी व्याधा
वाह! जज़्बात बहुत ही खूबसूरती से पेश किये हैं।☺️☺️👌👌👌👌
बड़ा ही अच्छा इत्तफ़ाक़ हो गया😃😃